!! स्वर्णिम भारत लक्ष्य हमारा !!
अंतर्मन के गान सा, सृष्टि के निर्माण सा;
कलरव गौरव गान सा, अतुलित भारतवर्ष हमारा ।
स्वर्णिम भारत लक्ष्य हमारा ।
क्षुब्ध-क्षुधा, पीड़ित तन-मन, बीहड़ सा अँधियारा;
सूर्य रश्मि सा दृढ निश्चय है मंत्र विकास हमारा।
स्वर्णिम भारत लक्ष्य हमारा।
अगणित बलिदानों से प्राप्त स्वराज्य यह प्यारा;
कर्मयोग से ही संभव है भारत भाग्य विधाता।
स्वर्णिम भारत लक्ष्य हमारा।
रामकृष्ण से लीलाधारी, शिवा हो या महाराणा;
श्वेत कपोतों से नहीं बनता आज़ादी का उजियारा।
स्वर्णिम भारत लक्ष्य हमारा।
युद्ध नहीं टाले जा सकते, केवल कोरी बातों से;
वीर जवानो के शोणित से रक्तिम है काश्मीर अतिन्यारा।
स्वर्णिम भारत लक्ष्य हमारा।
भट्ट-भास्कर सांदीपनि या तक्षशिला, नालंदा।
शास्त्रार्थ सार्थक करना है आंगन हो या गलियारा।
स्वर्णिम भारत लक्ष्य हमारा।
आओ फिर से शौर्य जगाएं, भारत की कोटि भुजाओं में।
विश्वगुरु हो पुनः सुशोभित हिन्दुस्तान हमारा।
स्वर्णिम भारत लक्ष्य हमारा।
- राजपाल सिंह सिसोदिया